यह पुस्तक कश्यप गोत्रीय मर्रे ब्राहमणों और उनके समाज को समर्पित है. इस पुस्तक का उद्देश्य मर्रे समाज के लोगों के आपसी संबंध को उनकी विरासत से रूबरू करवाकर प्रगाढ़ करना है. इस पुस्तक के लेखक परम पूज्य श्री राम वरण चौधरी जी हैं. आप इसे डाउनलोड कर पढ़ें और मर्रे समाज के उत्थान में अपना योगदान दें.